उद्योग जगत की रेटिंग एजेंसी इक्रा ने भी इस साल देश में चीनी उत्पादन कम होने का अनुमान लगाया है। उसने कहा है कि देश में चीनी उत्पादन चीनी वर्ष 2017 में 10 प्रतिशत घटकर 203 लाख टन रह सकता है। चीनी मिलों की संस्था इस्मा भी उत्पादन कम होने का अनुमान व्यक्त तक चुकी है। हालांकि सरकार इस्मा के आंकड़ों को भ्रामक मान रही है। सरकार के मुताबिक इस साल देश में 225 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है। इक्रा की आज जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रमुख चीनी उत्पादक क्षेत्र महाराष्ट्र और कर्नाटक में चीनी उत्पादन में भारी कमी के कारण देश में चीनी उत्पादन चीनी वर्ष 2017 (1 अक्टूबर से 30 सितंबर) में पिछले साल के मुकाबले 19 फीसदी घटकर 203 लाख टन रहने का अनुमान है। इसकी प्रमुख वजह पिछले मॉनसून में कम बारिश का होना है। उत्पादन के साथ खपत भी कम रहने का अनुमान लगाया गया है। इक्रा के मुताबिक घरेलू चीनी खपत वर्ष 2016 के मुकाबले 2017 में 4 फीसदी घटकर करीब 240 लाख टन रह सकती है। इक्रा रेटिंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा समूह प्रमुख सव्यसाची मजूमदार ने कहा कि घरेलू चीनी उत्पादन में कमी के बावजूद हमारा अनुमान है कि पिछले साल का चीनी भंडार चीनी वर्ष 2017 के अंत में 40 से 45 लाख टन होगा जो करीब दो महीने की खपत को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगा। प्रमुख चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में इस साल चीनी उत्पादन में भारी कमी आई है। महाराष्ट्र कृषि मंत्रालय के अनुसार इस साल राज्य में गन्ने का उत्पादन घट कर 41.20 लाख टन रह गया। वर्ष 2014-15 में महाराष्ट्र में 100.51 लाख टन, 2015-16 में 84.42 लाख टन और इस साल 41.20 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है।