इस बार गन्ना पेराई सीजन जल्द शुरू हो गया है। मंगलवार तक 222 मिलें पेराई शुरू कर चुकी हैं, जबकि पिछले साल इस समय तक 175 मिलों ने ही पेराई शुरू की थी। अब तक 7,87,000 टन का उत्पादन हुआ है, जो पिछले साल इस तारीख तक के उत्पादन से महज 15,000 टन अधिक है। उत्तर प्रदेश की मिलों ने करीब एक पखवाड़े पहले पेराई शुरू की, जबकि महाराष्ट्र ने 5 नवंबर (पिछले साल की तुलना में देरी) से शुरू की है। हालांकि कर्नाटक की मिलों ने सामान्य समय से पहले पेराई शुरू की है। उत्तर प्रदेश में 55 मिलें चालू हो चुकी हैं, जिन्होंने 1,93,000 टन चीनी उत्पादित की है। पिछले साल इस समय तक राज्य की मिलों ने 1,50,000 टन चीनी उत्पादित की थी।
पिछले साल इस समय तक केवल 6 मिलें चालूू हुई थीं। महाराष्ट्र में 95 मिलों ने 1,12,000 चीनी उत्पादित की है, जबकि पिछले साल 114 मिलों ने इस समय तक 4,31,000 टन चीनी उत्पादित की थी। हालांकि एक टीवी चैनल ने श्री रेणुका शुगर्स के वाइस चेयरमैन नरेंद्र मुरकुंबी ने कहा है, 'चीनी उद्योग में परिवहन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। नई खरीद 50 फीसदी घटी है।
निचले स्तरों पर श्रमिक मिलना मुश्किल हो रहा है। इस सप्ताह बिक्री में गिरावट की भरपाई हो जाएगी क्योंकि स्टॉक बढऩे लगा है और ट्रक फिर सड़कों पर आने लगे हैं।'