सहकारी चीनी मिल में मौजूदा पेराई सत्र की शुरूआत 27 नवंबर, 2023 को की थी। मिल के दायरे में 185 गांव के 1801 गन्ना उत्पादक आते है। चीनी मिल की पेराई क्षमता प्रतिदिन 22 हजार क्विंटल है। मिल में नवंबर माह में शुरू हुए पेराई सत्र में अब तक महज 65 घंटे का ही ब्रेक डाउन हुआ है। ऐसे में गन्ने की रिकवरी दर काफी बेहतर हुई है। मिल में अब तक करीब 23.03 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हुई है। चीनी मिल प्रशासन ने अप्रैल माह के अंतिम दिनों तक पेराई के लक्ष्य को पूरा करने का फैसला किया है। मिल प्रशासन का लक्ष्य 11.60 फीसदी से अधिक रिकवरी दर प्राप्त करना है। सहकारिता चीनी मिल ने 45 वर्षों में पहली बार एक दिन (ऑन डेट) रिकवरी दर 11.60 फीसदी प्राप्त की है। अब तक (टू डेट) रिकवरी दर 10.16 फीसदी थी। चीनी मिल रिकाॅर्ड के अनुसार 45 वर्ष पुराना हो चुका है, उसके बावजूद मिल की तरफ से रिकार्ड बनाएं जा रहे हैं। चालू पेराई सत्र के दौरान 2 लाख 30 हजार 800 क्विंटल चीनी का उत्पादन 22 लाख 94 हजार क्विंटल गन्ने को पेराई करके किया गया है जो पिछले पेराई सत्र की तुलना में करीब 2 करोड़ रुपये का सीधा अतिरिक्त लाभ मिल को मिला है।
सोनीपत चीनी मिल में इस बार काफी तेजी और बेहतर ढंग से गन्ने की पेराई की जा रही है। जिसकी वजह से ऑन डेट रिकवरी दर 11.60 फीसदी व टू डेट रिकवरी दर 10.16 फीसदी पहुंच गई है। रिकवरी रेट को और बेहतर करने के प्रयास किए जा रहे है। डाॅ. संजय कुमार, प्रबंध निदेशक, दी सोनीपत सहकारी चीनी मिल