केसरीसिंहपुर. कमीनपुरा शुगर मिल में गन्ना पिराई क्षमता बढ़ाने व बंद पड़ी डिस्टलरी को पुन: शुरू करने की मांग को लेकर गन्ना उत्पादक किसानों ने रविवार को मुख्य मंत्री के नाम का ज्ञापन पूर्व राज्य मंत्री सुरेंद्र पाल ङ्क्षसह टीटी को सौंपा।
गन्ना उत्पादक प्रबंध समिति के अध्यक्ष करतार ङ्क्षसह, सचिव प्रितपाल ङ्क्षसह व सनमीत ङ्क्षसह ने बताया कि इस बार नरमे की फसल के खराब होने की वजह से बिना ङ्क्षसचाई पाइप वाले किसानों का रुझान गन्ना बिजाई की ओर हुआ है। ऐसे में आगामी सीजन में गन्ने का रकबा निश्चित ही बढ़ेगा। इसे देखते हुए किसानों की मांग है कि रकबा बढऩे के साथ मिल की पिराई क्षमता बड़े ताकि क्षेत्र के किसानों को पूरा लाभ मिल सके। किसानों का कहना है कि वर्तमान में मिल की पिराई क्षमता करीब 15 हजार ङ्क्षक्वटल चल रही है। जबकि पूरा गन्ना अभी पिराई नही हो पा रहा ऐसे में किसान अपना गन्ना पंजाब की मिलो में ले जाने को मजबूर है।मांग है कि मिल की पिराई क्षमता 25 हजार ङ्क्षक्वटल प्रतिदिन हो तो क्षेत्र के किसानों को राहत मिल सकती है। दूसरी ओर बताया गया है कि सरकार की नई नीति के कारण शुगर मिल में 42 करोड़ रुपयों की लागत से बना डिस्टलरी प्लांट इस सत्र से बंद पड़ा है इसका उपयोग नही होने के कारण मशीनरी खराब होने लगी है। सरकार ने नई एक्साइज पॉलिसी में ई एन ए प्लांट लगाने के लिए शुगर मिल को 1.86 करोड़ राशि स्वीकृत की हुई है । लेकिन इस राशि का अभी तक कोई उपयोग नहीं किया गया। मिल में रेक्टिफाइड स्प्रिट नही बनने के कारण करोड़ो रुपए राजस्व का नुकसान हो रहा है। किसानों का कहना है कि ई एन ए प्लांट लगाए जाने से डिस्टलरी का भी पुन: संचालन शुरू हो पाएगा। वहीं क्षेत्र के सैंकड़ों युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा । ज्ञापन सौंपने वालों में किसान मंगल ङ्क्षसह, सुखचैन ङ्क्षसह,जगसीर ङ्क्षसह हरजीत ङ्क्षसह,नवनीत ङ्क्षसह, सुखपाल ङ्क्षसह आदि किसान मौजूद थे ।