भाकियू ने आगामी गन्ना पेराई सत्र में गन्ने का मूल्य 500 रुपये प्रति कुंतल किए जाने की मांग उठाई है। कहा कि इससे कम मूल्य पर किसानों का गुजारा नहीं होगा।
यूनियन के मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्र में लगी गन्ने की फसल जलभराव के चलते काफी हद तक बर्बाद हो चुकी है। ऐसे में सरकार ने गन्ने की बची खुची फसल की उचित दामों पर खरीद करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि गन्ने की फसल चीनी मिलों के लिए वरदान बन गई है। चीनी मिलों में अब केवल चीनी ही नहीं एथनॉल जैसे प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं। बिजली उत्पादन भी किया जाता है। ऐसे में किसानों को भी इसका अधिक लाभ मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि गत वर्ष भी गन्ना मूल्य में इजाफा नहीं किया गया था। कहा कि इस बार कम से कम 500 रुपये प्रति कुंतल गन्ने का दाम दिलाया जाए। कहा कि इस बार गन्ना मूल्य में सम्मानजनक बढ़ोतरी नहीं की गई तो यूनियन इसका विरोध करेगी। इस दौरान मनोज कुमार, वीरेंद्र सिंह, हरपाल सिंह आदि मौजूद थे।