इस तरह चीनी सीजन 2016-17 में चीनी उत्पादन (230 से 240 लाख टन अनुमानित) में कमी आने पर भी देश में कुल उपलब्धता 300 से 310 लाख टन रहेगी और यह घरेलू खपत की पूर्ति के लिए पर्याप्त रहेगी। इस तरह देश में उत्पादित चीनी की कोई किल्लत नहीं रहने के आसार हैं। केंद्रीय मंत्री पासवान ने कहा, 'देश में चीनी की पर्याप्त आपूर्ति के बावजूद इसके दाम बढ रहे हैं। जमाखोरी व कालाबाजारी रोकने के लिए हमने पहले ही राज्यों को व्यापारियों के लिए भंडारण सीमा तय करने का अधिकार दिया है।' उल्लेखनीय है कि खुदरा बाजार में चीनी के दाम अक्टूबर 2015 से ही बढ रहे हैं क्योंकि इस विपणन वर्ष में उत्पादन अपेक्षाकृत कम 2.56 करोड़ टन रहने का अनुमान है।