सीएम अखिलेश यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की मीटिंग में अहम फैसले लिए गए। सरकार गन्ना मूल्य नहीं बढ़ाएगी। गन्ने का मूल्य 280 रुपये प्रति क्विंटल रहेगा। प्रदेश में गन्ना मूल्य निर्धारण में इस बार काफी विलंब हो गया है। पेराई सीजन के लगभग दो माह बीतने को हैं लेकिन गन्ना पर्चियों पर रेट दर्ज नहीं हुआ। चीनी मिलों ने किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान भी नहीं किया। शुगर मिलों पर किसानों का बकाया भुगतान लगभग 75000 करोड़ रुपये पहुंच गया है। समाजवादी सरकार ने पेराई सत्र 2012-13 में गन्ना मूल्य बढ़ाकर 275, 280 और 290 रुपये क्विंटल घोषित किया था। ये तीनों रेट क्रमश: अस्वीकृत, सामान्य और अगेती प्रजाति के लिए हैं। सत्र 2013-14 और 2014-15 में भी यही गन्ना मूल्य रखा गया। 2015-16 में भी गन्ना मूल्य में कोई बदलाव नहीं किया गया। यह पहला मौका है जब लगातार तीसरे साल भी गन्ना मूल्य में कोई बदलाव नहीं किया गया है।