नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों के लिए चालू पेराई सीजन में भी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। नए सीजन में गन्ने का भुगतान तो दूर पुराना बकाया चुकाने में भी मिलें मौन हैं। राज्य प्रशासन की अनदेखी से गन्ना किसानों का संकट और बढ़ गया है। पेराई सीजन के तीन महीने बीतने के बावजूद गन्ने का राज्य समर्थित मूल्य (एसएपी) घोषित न होने से मिलों को भुगतान न करने का बहाना मिल गया है। पिछले साल एसएपी की घोषणा राज्य सरकार ने 12 नवंबर को कर दी थी, जो चालू सीजन में अब तक घोषित नहीं हो सका है। इस समस्याओं का निदान न होने से नई तरह की परेशानी खड़ी होने लगी है। राज्य योजना आयोग के सदस्य डॉ. सुधीर पंवार का कहना है कि गन्ने का राज्य समर्थित मूल्य जल्दी ही घोषित किया जाएगा। मूल्य के निर्धारण में किसानों के हितों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। एसएपी घोषित करने में होने वाले विलंब पर पंवार ने कहा कि तकनीकी वजहों से देरी हुई है।