गुड़ कोल्हू कम चलने का असर इसकी कीमतों पर देखा जा रहा है। इन दिनों गुड़ की कीमतों में तेजी का रुख है। आगे सर्दी और बढऩे पर इसकी खपत में इजाफा होगा। जिससे गुड़ के दाम और बढ़ सकते हैं। मकर संक्रांति की मांग से गुड़ और महंगा होने के आसार हैं। एशिया की सबसे बड़ी गुड़ मंडी मुजफ्फरनगर में गुड़ का थोक भाव 2,300-2,580 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। मध्य प्रदेश के कोल्हू पर गुड़ की कीमत 2,100-2,250 रुपये और महाराष्टï्र में थोक भाव 2,300-2,400 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है। गुड़ के ये थोक भाव पिछले साल से अधिक हैं। खुदरा बाजार में भी गुड़ पिछले साल से महंगा बिक रहा है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली और लखनऊ में इस समय गुड़ की थोक कीमतें 40 रुपये किलो हैं, जबकि पिछले साल इन दिनों में दिल्ली के खुदरा बाजार में गुड़ 39 रुपये और लखनऊ में 36 रुपये किलो बिक रहा था। मुजफ्फनगर गुड़ कारोबारी संघ के अध्यक्ष अरुण खंडेलवाल ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि बीते कुछ वर्षों से गुड़ निर्माताओं को गुड़ कारोबार में ज्यादा फायदा नहीं हो रहा है। कई बार तो नुकसान उठाना पड़ा है। जिससे गुड़ बनाने वाले कोल्हुओं की संख्या घट रही है। इस साल पिछले साल के मुकाबले मुजफ्फनगर में 20 फीसदी कम कोल्हू चल रहे हैं। जिससे मंडी में गुड़ की आवक 2,500-3,000 क्विंटल हो रही है, जबकि इन दिनों में 4,000 क्विंटल तक आवक होनी चाहिए। कोल्हू कम चलने से गुड़ की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। पिछले साल के मुकाबले गुड़ 100 रुपये क्विंटल महंगा बिक रहा है। बीते दो दिन में ही गुड़ के दाम 60 रुपये क्विंटल चढ़ चुके हैं। खंडेलवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश और महाराष्टï्र में भी गुड़ की कीमतों में तेजी का रुख है। गुड़ कारोबारी हरिशंकर मूंदड़ा कहते हैं कि मंडी में आवक कम होने से गुड़ के दाम बढ़ रहे हैं। इस साल गुड़ की रिकवरी (गन्ने से कम गुड़ निकलना) भी बीते साल से कम है। इससे भी गुड़ की कीमतों में तेजी को सहारा मिला है। कारोबारियों के अनुसार आने वाले दिनों में गुड़ और महंगा होने की संभावना है। मूंदड़ा ने बताया कि आगे सर्दी और मकर संक्रांति के चलते गुड़ की मांग बढ़ सकती है, जबकि गुड़ के कोल्हू कम चल रहे हैं। ऐसे में गुड़ की कीमतों में अगले माह तक तेजी के आसार हैं।