-अक्टूबर-दिसंबर, 2021 में चीनी का निर्यात चार गुना होकर 17 लाख टन पर
नई दिल्ली, 17 जनवरी (हि.स.)। देश में चालू चीनी विपणन वर्ष 2021-22 में एक अक्टूबर, 2021 से 15 जनवरी, 2022 के दौरान 504 चीनी मिलों ने 151.41 लाख टन चीनी का उत्पादन किया, जबकि पिछले विपणन वर्ष की समान अवधि में 487 चीनी मिलों ने 142.78 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था। यह पिछले विपणन वर्ष के मुकाबले 8.63 लाख टन ज्यादा है। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने सोमवार को यह जानकारी दी। बतादें कि चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है।
चीनी उद्योग के संगठन इस्मा ने जारी एक बयान में कहा कि अक्टूबर-दिसंबर की अवधि के दौरान देश का चीनी निर्यात लगभग चार गुना होकर 17 लाख टन पर पहुंच गया। इस वृद्धि का कारण विदेशों से मांग का बढ़ना था। इस्मा के मुताबिक अब तक भारतीय चीनी मिलों ने निर्यात के लिए 38-40 लाख टन चीनी का अनुबंध किया गया है। ये चीनी मिलें अब आगे के अनुबंधों के लिए वैश्विक कीमतों में सुधार और उपयुक्त वक्त का इंतजार कर रही हैं। इसलिए उन्हें आगे के निर्यात अनुबंधों के लिए कोई जल्दी नहीं है।
इस्मा ने कहा कि बाजार की रिपोर्ट और बंदरगाह की जानकारी के अनुसार अक्टूबर से दिसंबर, 2021 के दौरान लगभग 17 लाख टन चीनी निर्यात किया गया है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान करीब 4.5 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया था। इस्मा ने बताया कि इस महीने लगभग 7 लाख टन चीनी निर्यात के लिए पाइपलाइन में है। इस्मा ने कहा कि ब्राजील में आगामी सत्र 2022-23 (अप्रैल-मार्च) में उम्मीद से बेहतर उत्पादन की खबरों के बीच कच्ची चीनी की वैश्विक कीमतों में गिरावट आई है, जो मौजूदा समय में 5 महीने के निचले स्तर 18 सेंट और पाउंड पर है।
चीनी उद्योग के संगठन ने कहा कि महाराष्ट्र में चीनी मिलों ने 15 जनवरी, 2022 तक 58.84 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जबकि पिछले विपणन वर्ष की समान अवधि में यह 51.55 लाख टन रहा था। वहीं, उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन 15 जनवरी तक घटकर 40.17 लाख टन रह गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 42.99 लाख टन था। इसके अलावा कर्नाटक में, 15 जनवरी, 2022 तक चीनी का उत्पादन बढ़कर 33.20 लाख टन हो गया, जबकि पिछले विपणन वर्ष की इसी अवधि में यह 29.80 लाख टन था।