Production of Sugar: गन्ने का ज्यादा उत्पादन होने से मार्केंटिंग ईयर 2020-21 में 15 जून तक चीनी का प्रोडक्शन 13 फीसदी बढ़कर 306.65 लाख टन हो गया है. आपको बता दें कि चीनी मार्केंटिंग ईयर अक्टूबर से सितंबर तक होता है. इसके साथ ही अब तक चीनी एक्सपोर्ट के 58 लाख टन के कॉन्ट्रैक्ट किये जा चुके हैं. जिसमें से 45 लाख टन से ज्यादा चीनी का एक्सपोर्ट किया जा चुका है. जाहिर है गन्ने का उत्पादन बढ़ने से इसके एक्सपोर्ट में भी तेजी आ रही है.
307 लाख टन चीनी का प्रोडक्शन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने एक बयान में कहा, ‘‘देश भर की चीनी मिलों ने एक अक्टूबर 2020 और 15 जून 2021 के बीच 306.65 लाख टन चीनी का प्रोडक्शन किया है. यह पिछले साल इसी दौरान उत्पादित 271.11 लाख टन से 35.54 लाख टन ज्यादा है.’’ मौजूदा समय में देश में सिर्फ 5 चीनी मिलें चल रही हैं. उत्तर प्रदेश में चीनी प्रोडक्शन ईयर 2020-21 में 15 जून तक 110.61 लाख टन का हुआ है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में उत्पादन 126.30 लाख टन रहा था. पीटीआई के मुताबिक समीक्षाधीन अवधि (Period under review) के दौरान महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन पहले के 61.69 लाख टन से बढ़कर 106.28 लाख टन हो गया. जबकि कर्नाटक में उत्पादन पहले के 33.80 लाख टन से बढ़कर 41.67 लाख टन हो गया है.
58 लाख टन चीनी एक्सपोर्ट का कॉन्ट्रैक्ट इस्मा ने कहा है कि बंदरगाह की सूचना और बाजार रिपोर्ट के अनुसार चीनी मिलों ने साल 2020-21 के लिए 60 लाख टन चीनी निर्यात के सरकारी कोटे के मुकाबले अब तक 58 लाख टन चीनी एक्सपोर्ट का कॉन्ट्रैक्ट किया है . इसमें से करीब 45.74 लाख टन चीनी का निर्यात किया जा चुका है. यह भी बताया गया है कि जून 2021 में निर्यात की जाने वाली 5-6 लाख टन चीनी पाइपलाइन में है. इनके अलावा चीनी उद्योग ने मार्केंटिंग ईयर 2019-20 के एक्सपोर्ट कोटा के मुकाबले अक्टूबर-दिसंबर 2020 तिमाही में 4.49 लाख टन चीनी का एक्सपोर्ट किया था.
करीब 70 लाख टन एक्सपोर्ट होने की उम्मीद इस्मा ने कहा कि चीनी की मांग मार्केंटिंग ईयर 2020-21 में 260 लाख टन को पार कर सकती है, जबकि पिछले साल यह मांग 253 लाख टन थी. उद्योग संगठन ने 70 लाख टन चीनी निर्यात का अनुमान लगाया है. इस्मा ने कहा कि ‘‘पिछले सत्र की तुलना में इस साल सितंबर अंत तक 8-10 लाख टन की ज्यादा घरेलू बिक्री के अलावा चालू वर्ष में चीनी का एक्सपोर्ट लगभग 70 लाख टन होने की उम्मीद है, जो उद्योग को विश्वास दिलाता है कि सितंबर 2021 में चीनी का ‘बैलेंस स्टॉक’ पिछले सेशन के बैलेंस स्टॉक के मुकाबले 20-25 लाख टन कम रहेगा.