कंटेनर की कमी दूर होने से निर्यात भी की जा सकेगी वैश्विक स्तर पर गन्ने का उत्पादन कम होने से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चीनी के भाव चार साल के उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। हालांकि, इसका असर घरेलू बाजार में पड़ने की आशंका नहीं है। भारत में इस साल चीनी का बंपर उत्पादन हुआ है, जबकि पुराना स्टॉक भी काफी मात्रा में बचा है। इंटरनेशनल शुगर ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, दुनिया के प्रमुख चीनी उत्पादक देश ब्राजील, इंडोनेशिया और यूरोपीय यूनियन में चीनी का उत्पादन घटा है। इसकी वजह से दुनिया भर में चीनी के दाम तेज हैं। जबकि भारत में इस साल चीनी का बंपर उत्पादन हुआ है। इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन (इस्मा) के मुताबिक, फरवरी मध्य तक देश में 208.89 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था, जो कि पिछले साल इसी समय तक हुए 170.01 लाख टन उत्पादन से 20 फीसदी से भी अधिक है। इस्मा के महानिदेशक अविनाश वर्मा कहते हैं, दुनिया में चीनी के दाम बढ़ने का घरेलू बाजार पर असर नहीं पड़ेगा। फिलहाल देश में जरूरत से लगभग दोगुना चीनी का स्टॉक है। निर्यात के बावजूद चीनी का स्टॉक सरप्लस रहेगा और घरेलू डिमांड पूरी होती रहेगी। ईरान को यूरो या अन्य देश की मुद्रा में हो सकता है निर्यात इस्मा डीजी ने कहा कि भारत से ईरान को करीब 11 लाख टन चीनी का निर्यात होता था। अमेरिकी प्रतिबंध के चलते ईरान को रुपए या तेल के बदले निर्यात पर रोक लगी है। सरकार की शुगर इंडस्ट्रीज से इस बारे में चर्चा हुई है और ईरान को यूरो या किसी अन्य देश की मुद्रा में चीनी निर्यात पर विचार किया जा रहा है। भारत को मिल सकता है ब्राजील और ईयू का बाजार: विशेषज्ञ ब्राजील और यूरोपीय यूनियन में मौसम की खराबी के चलते गन्ने की फसल अच्छी नहीं हुई है और चीनी का उत्पादन भी घट गया है। भारतीय चीनी इंडस्ट्री के लिए यह बहुत ही अच्छा मौका है। जानकारों का कहना है, भारत की शुगर इंडस्ट्री इन देशों के पारंपरिक बाजार का दोहन कर सकती है, साथ ही बढ़े हुए दामों का फायदा उठा सकती हैं। सरकार ने इस साल 60 टन चीनी एक्सपोर्ट के लिए 3500 करोड़ की सब्सिडी मंजूर की है। अभी तक दो माह के भीतर ही 32 लाख टन यानी आधे से अधिक के ऑर्डर बुक कर लिए गए हैं। हालांकि कंटेनर और लॉजिस्टिक की किल्लत निर्यात लक्ष्य पूरा करने में बड़ी बाधा है। देश में खपत से 58 फीसदी ज्यादा चीनी का भंडार मौजूद अंतरराष्ट्रीय बाजार में शुगर की कीमतें काफी तेज हैं। लेकिन इसका भारतीय बाजार पर असर नहीं होगा। हमारे पास जरूरत से लगभग दोगुना स्टॉक है। इस साल उत्पादन भी काफी अच्छा हुआ है। एक्सपोर्ट करने के बाद भी हमारे पास पर्याप्त मात्रा में शुगर है। इसलिए घरेलू बाजार में शुगर के दाम बढ़ने के आसार नहीं हैं - अबिनाश वर्मा, महानिदेशक, इस्मा चीनी 2020-21 ओपनिंग स्टॉक (1 अक्टूबर को) 107.40 सीजन में उत्पादन (अनुमान) 302.00 कुल उपलब्धता 409.40 घरेलू खपत (अनुमान) 260. 00 निर्यात 60.00 कुल खपत 320 .00 बचा स्टॉक 89.40 आंकड़े लाख टन में।