इस बीच कोरोनोवायरस के डर से काम बंदी के बीच मांग में कमी की वजह से पिछले कुछ दिनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीनी के दामों में नरमी आई है। सत्र के शीर्ष स्तर पर जाने के बाद बेंचमार्क इंटर कॉन्टिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर मई में डिलिवरी वाली चीनी का वायदा भाव पिछले दो हफ्तों में घटकर फिलहाल प्रति पौंड 13.83 सेंट के स्तर पर चल रहा है, जबकि पहले इस सत्र में इसका भाव प्रति पौंड 15.12 सेंट के शीर्ष स्तर पर था। कोरोनावायरस के फैलने से सभी जिंसों में आई गिरावट के कारण ऐसा हुआ है। हालांकि भारत में पिछले साल के बचे तकरीबन एक करोड़ टन के स्टॉक के साथ-साथ अधिक उत्पादन से चीनी के दामों पर दबाव रहा है जो हाजिर बाजार में 31 से 32 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में सीमित रहे हैं। इस बीच इस्मा ने आज एक बयान में कहा कि देश में सक्रिय 453 मिलों ने अक्टूबर 2019 और फरवरी 2020 के बीच की अवधि में संयुक्त रूप से 1.948 करोड़ टन चीनी उत्पादन किया है। पिछले साल की इसी अवधि में दर्ज 2.493 करोड़ उत्पादन की तुलना में इसमें 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।