जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली : गन्ना किसानों का बकाया बढ़कर 19 हजार करोड़ रुपये के पास पहुंच गया है। किसानों की इस दयनीय हालत पर विचार करने के लिए केंद्र सरकार ने पहल की है। इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए खाद्य मंत्रलय ने सभी 13 गन्ना उत्पादक राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक 16 अप्रैल को आयोजित की है। इसके एक दिन पहले यानी 15 अप्रैल को गन्ना किसान प्रतिनिधियों के साथ बैठक होगी। 1केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने यह जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र के उन मंत्रियों को भी सम्मेलन में बुलाया जाएगा, जिन्होंने किसानों की समस्याओं में रुचि दिखाई है। गन्ना किसानों का मिलों पर बकाया बढ़कर 19 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक हो गया है। इसमें उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों की बकायेदारी 9,715 करोड़ रुपये हो गई है। पिछले साल के बकाया को मिला लिया जाए, तो कुल बकाया 21,000 करोड़ रुपये से भी अधिक हो जाएगा। इसमें उत्तर प्रदेश की अकेले हिस्सेदारी 10,000 करोड़ रुपये से अधिक है। महाराष्ट्र में यह बकाया 2,864 करोड़ और कर्नाटक में 2,402 करोड़ रुपये है।पासवान ने कहा कि गन्ना किसानों की आर्थिक हालत खराब हो रही है। इसके लिए गन्ना उत्पादक सभी संबंधित 13 राज्यों को बुलाया गया है। इनमें उत्तर प्रदेश, प् ांजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, बिहार,, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, उड़ीसा व छत्तीसगढ़ प्रमुख है। लेकिन इसके पहले इन राज्यों के गन्ना किसान प्रतिनिधियों से चर्चा की जाएगी।