गन्ने की फसल पर सूखे का असर पडऩे से देश के दूसरे सबसे बड़ चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में 2019-20 के दौरान चीनी उत्पादन पिछले साल की तुलना में 39.2 प्रतिशत गिरकर 65 लाख टन रहने के आसार हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। इस गिरावट से भारतीय चीनी मिलों पर अतिरिक्त चीनी निर्यात करने का दबाव कम होगा और वैश्विक कीमतों को मदद मिलेगी जो पिछले साल 20 प्रतिशत से अधिक गिर गई थीं। दामों में आंशिक रूप से रियायती निर्यात के कारण गिरावट आई। महाराष्ट्र के चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने रॉयटर्स को बताया कि सूखे के कारण महाराष्ट्र के मध्य भाग में फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। गन्ने का रकबा कम हो गया है और गन्ने की कम पैदावार के आसार लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले 2019-20 के विपणन वर्ष में गन्ने के तहत रकबा सूखे के कारण 28 प्रतिशत कम हो गया है।