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चालू पेराई सीजन में फिर बढ़ने लगा गन्ना बकाया
Date: 05 Feb 2015
Source: Dainik Jagran
Reporter: जागरण ब्यूरो
News ID: 3994
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जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली : चालू पेराई सीजन में भी गन्ना किसानों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। नगदी के अभाव में चीनी मिलें किसानों का भुगतान रोकने लगी हैं। चालू पेराई सीजन में किसानों का एरियर बढ़ने लगा है। चीनी मिलों की नजरें अब कच्ची चीनी निर्यात की प्रस्तावित सब्सिडी पर टिकी हैं।1एक अनुमान के मुताबिक इस पेराई सीजन (अक्टूबर, 2014 से सितंबर, 2015) में गन्ना मूल्य बकाया 13,000 करोड़ रुपये की सीमा को भी पार कर सकता है। चीनी मिलों के संगठन इस्मा ने गन्ना एरियर बढ़ने की वजहें भी गिनाई हैं। 31 जनवरी तक चीनी का उत्पादन पिछले सीजन के 1.17 करोड़ टन के मुकाबले 135 लाख लाख टन हो चुका है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और बिहार में चीनी उत्पादन पिछले सालों के मुकाबले अधिक हुआ है। कुल उत्पादन में भी वृद्धि होने का अनुमान है। चीनी स्टॉक बढ़ने की वजह से बाजार में कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना नहीं के बराबर है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) का कहना है इससे मिलें घाटे की ओर बढ़ेंगी। केंद्र सरकार के ढीले रवैए के चलते भी बाजार में सुधार नहीं होने का आरोप है। सूत्रों के मुताबिक सरकार ने कच्ची चीनी के निर्यात के लिए दी जाने वाली सब्सिडी का मसौदा तैयार कर लिया है। लेकिन इसे अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। चालू सीजन में पिछले साल के मुकाबले 15 फीसद अधिक चीनी का उत्पादन हुआ है।

-मिलें रोकने लगीं गन्ना किसानों का भुगतान

-चीनी निर्यात सब्सिडी पर टिकीं मिलों की नजरें

 
  

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