•  
  • Welcome Guest!
  • |
  • Members Log In Close Panel
  •  
Home
 
  • Home
  • About us
  • Ethanol
  • Cogeneration
  • Environmental
  • Statistics
  • Distillery
  • Sugar Price
  • Sugar Process
  • Contact us

News


चीनी उत्पादन में गिरावट के आसार
Date: 26 Oct 2018
Source: Business Standard
Reporter: Dilip Kumar Jha
News ID: 35665
Pdf:
Nlink:
महाराष्ट्र में सफेद कीड़े के संक्रमण और उत्तर प्रदेश में खेतों में पानी भरने के कारण गन्ने की फसल कम रहने की आशंका है। इस वजह से इस साल भारत के चीनी उत्पादन में मामूली गिरावट आने के आसार हैं। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) के समिति सदस्यों की 29 नवंबर को एक बैठक होनी है जिसमें अक्टूबर में शुरू होने वाले चालू सीजन के चीनी उत्पादन के आंकड़ों का निष्कर्ष निकाला जाएगा। लेकिन शुरुआती संकेतों से पता चलता है कि इस्मा सदस्य चालू पेराई सीजन के उत्पादन के अपने पूर्वानुमान को कम करके लगभग 3.2 करोड़ टन कर देंगे जबकि पिछले सीजन में यह 3.225 करोड़ टन था। 
 
उद्योग की इस संस्था ने जुलाई में जारी किए गए अपने पहलेे अग्रिम अनुमान में भारत का चीनी उत्पादन 3.5 करोड़ से 3.55 करोड़ टन के बीच रहने का पूर्वानुमान जताया था। चीनी उत्पादन में यह गिरावट गन्ना पेराई करने वाली मिलों के लिए फायदेमंद होगी। ये मिलें आपूर्ति में अधिकता के डर से चालू सीजन में उत्पादन शुरू करने को लेकर चिंतित हैं। अनुमान जताया गया है कि भारत इस सीजन में एक करोड़ टन से अधिक आधिक्य वाले स्टॉक के साथ शुरुआत करेगा जिसकेपरिणामस्वरूप नए सीजन के उत्पादन में भंडारण की जगह कम पड़ जाएगी।
 
नाम न छापने की शर्त पर उद्योग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मराठवाड़ा समेत महाराष्ट्र में कुछ प्रमुख गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में इस सीजन में कम बारिश हुई है। इस मॉनसून सीजन में कर्नाटक के कुछ गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में भी बारिश कम हुई है। इसी प्रकार महाराष्ट्र और कर्नाटक में कुछ गन्ना उत्पादक इलाकों में सफेद कीड़े के हल्के संक्रमण की भी सूचना मिली है। इसके अलावा खेतों में पानी भरने की वजह से उत्तर प्रदेश में कुछ गन्ना क्षेत्रों के उत्पादन और चीनी में गिरावट आने के आसार हैं।
 
इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में बारिश की कमी से होने वाले कुल प्रभाव का आकलन करना भी शुरू कर दिया है। विभिन्न खबरों से पता चलता है कि महाराष्ट्र केकरीब आधे गांवों (45,000) को सूखे का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर सांगली, शोलापुर और अहमदनगर में सफेद कीड़े के संक्रमण का असर ज्यादा है। हालांकि कुछ अन्य भागों में सफेद कीड़े का संक्रमण कुछ कम है। एजेंसियों ने महाराष्ट्र और कर्नाटक में सफेद कीड़े के संक्रमण के कुल असर और उत्तर प्रदेश में पानी भरने की वजह से उपज में गिरावट का आकलन शुरू कर दिया है। इस असर का अंतिम आकलन किया जाना बाकी है।
 

हालांकि महाराष्ट्र स्टेट कॉ-ओपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज फेडरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजय खट्टल मानते हैं कि महाराष्ट्र में सफेद कीड़े का संक्रमण एक बड़ा मसला है। सितंबर में शुष्क अवधि का भी कुल गन्ना उत्पादन पर असर पड़ सकता है। लेकिन नुकसान का आकलन अभी नहीं किया गया है। दुर्भाग्य से महाराष्ट्र का एक बड़ा भाग सूखे का सामना कर रहा है। इस कारण अनुमान लगाया जा रहा है कि गन्ने की बड़ा मात्रा को पशुओं के चारे के रूप में अलग किया जा सकता है जिसके परिणामस्वरूप पेराई के लिएगन्ने की उपलब्धता कम हो जाएगी।              

 
  

Navigation

  • TV Interviews
  • Application Form For Associate Membership
  • Terms & Conditions (Associate Member)
  • ISMA President
  • Org. Structure
  • Associate Members(Regional Association)
  • Who Could be Member?
  • ISMA Committee
  • Past Presidents
  • New Developments
  • Publications
  • Acts & Orders
  • Landmark Cases
  • Forthcoming Events




Indian Sugar Mills Association (ISMA) © 2010 Privacy policy
Legal Terms & Disclaimer
 Maintained by