प्रतिकूल समीकरण अक्टूबर से 14 लाख टन चीनी निर्यात के सौदे पूरे सीजन में निर्यात 18 लाख टन से ज्यादा नहीं शुरू में 20 लाख टन निर्यात का अनुमान था घरेलू बाजार में तेजी जबकि विदेशी मूल्य में सुस्ती पिछले अक्टूबर से शुरू हुए मार्केटिंग सीजन 2013-14 में भारत से 14 लाख टन चीनी निर्यात के सौदे हो चुका है। लेकिन पिछले अनुमान के अनुसार 20 लाख टन चीनी का निर्यात होना मुश्किल है। उद्योग संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार घरेलू बाजार में तेजी और विश्व बाजार में नरमी के चलते निर्यात प्रभावित हो रहा है।
इस्मा के डायरेक्टर जनरल अविनाश वर्मा ने बताया कि चालू सीजन में 18 लाख टन तक चीनी का निर्यात हो सकेगा। शुरू में 20 लाख टन निर्यात की संभावना थी।
पिछले एक पखवाड़े में चीनी निर्यात का कोई सौदा नहीं हुआ है। मिलें अक्टूबर से 8 लाख टन रॉ शुगर और 6.5 लाख टन व्हाइट शुगर के निर्यात सौदे कर चुकी हैं। देश में चालू सीजन के दौरान चीनी का उत्पादन घटकर 238 लाख टन रहने की संभावना है। पिछले साल 251 लाख टन उत्पादन हुआ था। लेकिन उत्पादन के मुकाबले खपत कम ही रहेगी। देश में 230 लाख टन चीनी की खपत होती है।
अतिरिक्त चीनी विश्व बाजार में बेचने और मिलों को वित्तीय मदद देने के लिए सरकार ने रॉ शुगर के निर्यात पर 3333 रुपये प्रति टन सब्सिडी देने का फैसला किया था। सब्सिडी मिलने की वजह से ही निर्यात में पिछले महीनों के दौरान तेजी आई थी।
लेकिन वर्मा के अनुसार सब्सिडी देने का फैसला करने में काफी देरी हुई। अप्रैल से निर्यात के बड़े सौदे होने की संभावना नहीं हैं। यद्यपि चीनी का सीजन अक्टूबर से सितंबर तक चलता है। लेकिन अप्रैल से चीनी के उत्पादन में कमी आने लगती है। इस वजह अप्रैल के बाद मिलें बड़े सौदे नहीं करती हैं।
वर्मा ने बताया कि पिछले 14-16 महीनों के दौरान चीनी के मूल्य में लगातार गिरावट रही। पिछले छह महीनों के दौरान गिरावट कुछ ज्यादा ही रही। लेकिन अब मूल्य में कुछ सुधार होने लगा है। 14 अप्रैल को चीनी के दाम बढ़कर एक साल से ज्यादा के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए क्योंकि आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स निर्माताओं की मांग बढ़ रही है। लेकिन विश्व बाजार में चीनी के दाम गिर रहे हैं।
विश्व बाजार में रॉ शुगर के दाम 18.5 सेंट प्रति पाउंड से ऊपर जाएंगे, तभी मिलें बड़े निर्यात सौदे करने की इच्छुक होंगी। ब्राजील और थाईलैंड से चीनी की ज्यादा सप्लाई की संभावना से न्यूयॉर्क में रॉ शुगर के दाम घटकर फरवरी के बाद के निचले स्तर पर रह गए। इसके दाम 16.68 सेंट प्रति पाउंड का स्तर छू चुके हैं। भाव 16.30 सेंट प्रति पाउंड तक गिर सकते हैं।