उत्पादन कमजोर - इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने भी पिछले हफ्ते चालू सीजन के लिए चीनी उत्पादन का अनुमान 250 लाख टन से घटाकर 238 लाख टन कर दिया था। गर्मियों के सीजन की शुरुआत होते ही कोल्ड ड्रिंक निर्माताओं व आइसक्रीम निर्माताओं की मांग में तेजी आने के चलते घरेलू बाजार में चीनी के भाव बढऩे शुरू हो गए हैं। इसके साथ ही, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चीनी के भाव में तेजी देखी जा रही है।
मांग में दर्ज की जा रही इस बढ़त के चलते निवेशकों ने गुरुवार को चीनी निर्माता कंपनियों के शेयरों में जोरदार लिवाली की।इससे इन कंपनियों के शेयर 15 फीसदी तक उछल गए।
बाजार के जानकारों के मुताबिक, इन दिनों स्टॉकिस्टों व रिटेलरों के साथ सॉफ्ट-ड्रिंक व आइसक्रीम कंपनियों और मिठाई वालों की तरफ से चीनी की मांग खासी बढ़ी हुई है। दूसरी ओर चीनी कंपनियों की तरफ से सप्लाई भी कमजोर है। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भाव में तेजी व सरकार द्वारा निर्यात सब्सिडी दिए जाने के मद्देनजर भी घरेलू बाजार में चीनी के भाव को सपोर्ट मिल रहा है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने भी पिछले हफ्ते चालू सीजन के लिए चीनी उत्पादन का अनुमान 250 लाख टन से घटाकर 238 लाख टन कर दिया था। इन मिले-जुले कारणों की वजह से बाजार में चीनी के दाम में अच्छी तेजी देखी जा रही है।
नई दिल्ली में अकेले गुरुवार को ही चीनी के दाम 40 रुपये प्रति 100 किलो बढ़ गए। इसके चलते एम-30 ग्रेड की चीनी का भाव 3,170-3,360 रुपये और एस-30 ग्रेड चीनी का भाव 3,160-3,350 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। इसके असर से मिल गेट पर भी चीनी के भाव बढ़ गए हैं। चीनी के भाव में दर्ज की गई इस तेजी के मद्देनजर निवेशकों ने गुरुवार को चीनी निर्माता कंपनियों के शेयरों में जमकर लिवाली की।
बांबे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर त्रिवेणी इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर का भाव 14.84 फीसदी के उछाल के साथ 17.80 रुपये पर बंद हुआ।साथ ही सिंभावली शुगर्स के शेयर का भाव 13.21 फीसदी बढ़कर 15.77 रुपये पर और बजाज हिंदुस्थान लिमिटेड के शेयर का भाव 10.45 फीसदी बढ़कर 15.32 रुपये पर बंद हुआ।
इसके अलावा बलरामपुर चीनी मिल्स के शेयर में 10.39 फीसदी, मवाना शुगर्स में 9.96 फीसदी, धामपुर शुगर मिल्स में 5.84 फीसदी, एमपी शुगर में 5.80 फीसदी, द्वारिकेश शुगर में 4.80 फीसदी और आंध्रा शुगर के शेयर के भाव में 1.09 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।