अक्टूबर से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2013-14 (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान चीनी उत्पादन में 13 फीसदी की गिरावट आकर कुल उत्पादन 143.7 लाख टन का हुआ है। हालांकि इस दौरान चीनी मिलों पर किसानों की बकाया राशि बढ़कर 12,000 करोड़ रुपये हो गई है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार अक्टूबर से शुरू हुए चालू पेराई सीजन में 15 फरवरी तक चीनी का उत्पादन 143.7 लाख टन हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन में 165.88 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
मिलों में देर से पेराई आरंभ होने के कारण उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन 18 फीसदी कम होकर 35.7 लाख टन चीनी का उत्पादन ही हुआ है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में 43.61 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में 49.80 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जोकि पिछले साल की समान अवधि के लगभग समान है।
इस्मा के अनुसार कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 4 फीसदी घटकर 27 लाख टन का हुआ है। उधर आंध्रप्रदेश में 6.60 लाख टन, तमिलनाडु में 4.50 लाख टन और गुजरात में 15 फरवरी तक 7.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।
इस्मा के अनुसार चीनी की कीमतें नीचे होने के कारण चालू पेराई सीजन में गन्ना किसानों का मिलों पर 12,000 करोड़ रुपये का बकाया हो चुका है। इसमें उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर 8,000 करोड़ रुपये और कर्नाटक की चीनी मिलों पर करीब 3,000 करोड़ रुपये का बकाया है।