अच्छी तेजी दर्ज कर चुके चीनी कंपनियों के शेयर अब गिरावट के शिकार हो रहे हैं। पिछले एक साल के दौरान इन शेयरों में 75 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। अधिक उत्पादन की वजह से पारंपरिक बाजारों में कीमतों में भारी गिरावट की वजह से इन शेयरों पर दबाव पड़ा है। गन्ना किसानों का बकाया चुकाने के लिए चीनी मिलें अक्टूबर 2017 में इस सीजन की शुरुआत के बाद से ही इस आशंका के बीच अपने उत्पादन की बिक्री कर रही हैं कि कीमतें भविष्य में कमजोर बनी रहेंगी। न्यूनतम भंडारण सीमा के साथ साथ निर्यात पहलों के अभाव ने भी आपूर्ति की स्थिति बदतर बना दी है।