चालू विपणन वर्ष के पहले ढाई महीनों में देश का चीनी उत्पादन 30 प्रतिशत बढ़कर 69.4 लाख टन पर पहुंच गया। चीन का विपणन वर्ष अक्टूबर से शुरू होकर सितंबर में समाप्त होता है। चीनी उत्पादकों के संगठन भारतीय चीनी मिल संगठन (इस्मा) ने एक बयान में कहा कि मिलों ने विपणन वर्ष 2017-18 के दौरान 15 दिसंबर तक 69.40 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। पिछले विपणन वर्ष की इसी अवधि में यह उत्पादन 53.46 लाख टन था।
महाराष्ट्र एवं कर्नाटक जैसे चीनी उत्पादक राज्यों में उत्पादन बेहतर होने से मौजूदा पेराई सीजन में देश का कुल चीनी उत्पादन 23 से 25 प्रतिशत बढऩे की उम्मीद है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने सोमवार को एक रिपोर्ट में यह बात कही। इक्रा ने कहा, प्रमुख चीनी उत्पादक राज्यों में उत्पादन में सुधार होने से हम अपने हालिया अनुमान में मौजूदा पेराई सत्र में देश का कुल चीनी उत्पादन पिछले पेराई सीजन के 203 लाख टन से 23-25 प्रतिशत बढऩे की उम्मीद करते हैं। इक्रा ने कहा कि आलोच्य अवधि के दौरान महाराष्ट्र का चीनी उत्पादन 71 प्रतिशत बढ़ कर 72 लाख टन तथा कर्नाटक का उत्पादन 24 प्रतिशत बढ़कर 26 लाख टन होने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश का उत्पादन भी 18 प्रतिशत बढ़कर 100 लाख टन होने की उम्मीद है। एजेंसी ने कहा कि नई फसल की ताजा आपूर्ति के कारण अल्पावधि में चीनी की कीमतें नरम होंगी।