तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) द्वारा दूसरी एथेनॉल खरीद निविदा को चीनी कंपनियों की अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। बड़ी तादाद में चीनी कंपनियों ने इस निविदा में हिस्सा लिया। निविदा हाल में बंद हुई है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार ओएमसी को दूसरी निविदा में 80 मिलों से आवेदन मिले हैं जबकि पहली निविदा में 68 आवेदन प्राप्त हुए थे। पहली निविदा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बंद हुई थी।
चीनी मिलों ने पेट्रोल के साथ 5 फीसदी एथेनॉल मिश्रण के लिए अनिवार्य मांग पूरी करने के वास्ते ओएमसी की जरूरत के हिसाब से पूरी मात्रा की पेशकश की है। एक तेल विपणन कंपनी के अधिकारी ने कहा, 'इस समय बोली प्रक्रिया का तकनीकी मूल्यांकन किया जा रहा है। लेकिन शुरुआती अध्ययन से पता चला है कि चीनी मिलों ने ओएमसी के लिए जरूरी पूरी मात्रा की पेशकश की है।Ó
घरेलू चीनी मिलों के लिए एक बड़ी राहत के तौर पर ओएमसी ने 1 दिसंबर 2013 और 20 नवंबर 2014 के बीच 133.5 करोड़ लीटर एथेनॉल खरीदने के लिए 22 जुलाई को संभावित प्रतिभागियों के बीच निविदा जारी की थी। यह निविदा न सिर्फ पहले जारी की गई वैश्विक निविदा की जगह जारी की गई है बल्कि इससे डिस्टिलरी उत्पादन शुरू करने के लिए घरेलू चीनी मिलों को पर्याप्त अवसर भी मिले हैं।
105 करोड़ लीटर एथेनॉल की आपूर्ति के लिए पहली निविदा इस साल के शुरू में जारी की गई। लेकिन ओएमसी के ऑर्डरों में अनिश्चितता की वजह से चीनी मिलों ने महज 55 करोड़ लीटर की आपूर्ति की पेशकश की। चूंकि निविदा को पेराई सत्र 2012-13 की दूसरी छमाही में खोला गया था, इसलिए ज्यादातर चीनी मिलें घरेलू और वैश्विक कंपनियों को शीरे की आपूर्ति के अनुबंध पहले ही कर चुकी थीं।
परिणामस्वरूप तेल विपणन कंपनियों ने एथेनॉल आयात का विकल्प तलाशा और पहली घरेलू निविदा के लिए चीनी मिलों से अपर्याप्त आपूर्ति की प्रतिबद्घता के बाद वैश्विक निविदा खोली। लेकिन श्री रेणुका शुगर्स जैसी वैश्विक कंपनियों ने 68-70 रुपये प्रति लीटर के भाव पर एथेनॉल की आपूर्ति की पेशकश की जबकि कुछ अन्य कंपनियों ने 92 रुपये प्रति लीटर का भाव दिया। पेट्रोल कीमत की तुलना में एथेनॉल कीमत लगभग 75 फीसदी अधिक होने से ओएमसी ने 40 करोड़ लीटर की आपूर्ति के लिए घरेलू चीनी मिलों को ऑर्डर दिए।
चीनी उद्योग की सर्वोच्च संस्था इस्मा के महानिदेशक अविनाश वर्मा ने कहा, 'दूसरी निविदा पहली निविदा के घाटे को पाटने और अतिरिक्त मात्रा में खरीदारी के लिए अहम है। इसलिए पेट्रोल खपत की मौजूदा दर के अनुसार सालाना 105 करोड़ लीटर की एथेनॉल जरूरत के बजाय ओएमसी ने 133.5 करोड़ लीटर के लिए निविदा जारी की।Ó
तेल विपणन कंपनियों ने पहली निविदा में 34-36 रुपये प्रति लीटर के बीच एथेनॉल आपूर्ति के लिए ऑर्डर दिए थे। दूसरी निविदा में यह कीमत अधिक हो सकती है, क्योंकि केंद्र सरकार ने गन्ने की कीमत 5 फीसदी तक बढ़ा दी है।