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नए पेराई सीजन में चीनी उत्पादन बढऩे के आसार
Date: 20 Aug 2013
Source: बिजनेस भास्कर
Reporter: बिजनेस भास्कर - नई दिल्ली
News ID: 2491
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फायदा - इस साल अच्छी बारिश होने से उत्पादकता में होगा सुधार: पवार

प्याज पर सरकार का रुख
चालू सप्ताह में उत्पादक मंडियों में प्याज की कीमतें घटकर 3,200 से 3,250 रुपये प्रति क्विंटल रह गई।ं जबकि पिछले सप्ताह इसके भाव 4,300 रुपये प्रति क्विंटल थे। इससे फुटकर बाजार में भी जल्द ही
प्याज की कीमतों में गिरावट आएगी।

प्याज की थोक कीमतों में अब गिरावट, निर्यात पर रोक नहीं लगेगी : पंकज अग्रवाल

अक्टूबर से शुरू होने वाले नए पेराई सीजन वर्ष 2013-14 में चीनी का उत्पादन बढऩे का अनुमान है। कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा कि चालू खरीफ सीजन में हुई अच्छी बारिश से गन्ने की उत्पादकता में बढ़ोतरी होगी। उधर, उपभोक्ता मामले मंत्रालय के सचिव पंकज अग्रवाल ने कहा कि प्याज की थोक कीमतों में गिरावट आई है इसलिए निर्यात पर रोक लगाने की जरूरत नहीं है।

केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने सोमवार को दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि चालू खरीफ में गन्ने के बुवाई क्षेत्रफल में जरूर कमी आई है लेकिन मानसूनी वर्षा अच्छी हुई है जिससे गन्ने की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में बढ़ोतरी होगी।

इससे अक्टूबर से शुरू होने वाले नए पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन पेराई सीजन 2012-13 से भी ज्यादा रहने का अनुमान है। पेराई सीजन 2012-13 में 250 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जो वर्ष 2011-12 के 263.4 लाख टन से कम है।

इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने पिछले महीने अक्टूबर से शुरू होने वाले नए पेराई सीजन 2013-14 में 237 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान लगाया था, जो चालू पेराई सीजन के मुकाबले 5 फीसदी कम है। कर्नाटक और महाराष्ट्र में गन्ने के बुवाई क्षेत्रफल में कमी आई है।

कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में 48.53 लाख हैक्टेयर में गन्ने की बुवाई हुई है जो वर्ष 2012-13 के 50.06 लाख हैक्टेयर से कम है। उपभोक्ता मामले मंत्रालय के सचिव पंकज अग्रवाल ने सोमवार को दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि उत्पादक मंडियों में प्याज की कीमतों में कमी आई है इसलिए निर्यात पर रोक लगाने की जरूरत नहीं है।

उन्होंने बताया कि चालू सप्ताह में उत्पादक मंडियों में प्याज की कीमतें घटकर 3,200 से 3,250 रुपये प्रति क्विंटल रह गईं जबकि पिछले सप्ताह इसका भाव 4,300 रुपये प्रति क्विंटल था। उत्पादक मंडियों में प्याज की दैनिक आवक भी पहले की तुलना में बढ़ी है, फुटकर बाजार में भी जल्द ही प्याज की कीमतों में गिरावट आयेगी।

 
  

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