•  
  • Welcome Guest!
  • |
  • Members Log In Close Panel
  •  
Home
 
  • Home
  • About us
  • Ethanol
  • Cogeneration
  • Environmental
  • Statistics
  • Distillery
  • Sugar Price
  • Sugar Process
  • Contact us

News


सरकार ने 3 लाख टन चीनी आयात की इजाजत दी
Date: 08 Sep 2017
Source: नवभारत टाइम
Reporter: पीटीआई
News ID: 22668
Pdf:
Nlink:

फेस्टिव सीजन के दौरान देश में चीनी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए सरकार ने गुरुवार को 25 पर्सेंट की ड्यूटी पर 3 लाख टन कच्ची चीनी के आयात की अनुमति दे दी। सरकार ने 10 जुलाई को चीनी पर इंपोर्ट ड्यूटी 40 पर्सेंट से बढ़ाकर 50 पर्सेंट की थी। इसका मकसद इंटरनेशनल प्राइसेज कम होने के कारण भारत में चीनी की डंपिंग को रोकना था।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देश में चीनी की उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों पर नियंत्रण के लिए सरकार ने 25 पर्सेंट की छूट वाली ड्यूटी पर 3 लाख टन कच्ची चीनी के इंपोर्ट की अनुमति दी है।

दुनिया में भारत चीनी का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। सितंबर में समाप्त होने वाले 2016-17 के सीजन में देश में चीनी का उत्पादन घटकर लगभग 2.1 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो इससे पिछले वर्ष में 2.5 करोड़ टन का था। देश में चीनी की सालाना मांग 2.4-2.5 करोड़ टन की है।

सरकार ने इससे पहले सप्लाई बढ़ाने के लिए अप्रैल में 5 लाख टन कच्ची चीनी के ड्यूटी फ्री इंपोर्ट की इजाजत दी थी।

पिछले महीने सरकार ने अगले दो महीनों के लिए चीनी मिलों पर स्टॉक लिमिट लगाई थी। इसका मकसद फेस्टिव सीजन के दौरान कीमतों पर नियंत्रण रखना था।

सितंबर के अंत तक एक मिल 2016-17 के लिए अपनी चीनी की कुल उपलब्धता का 21 पर्सेंट से अधिक नहीं रख सकती। अक्टूबर के लिए यह लिमिट 8 पर्सेंट की है।

अभी रिटेल मार्केट में चीनी का औसत दाम 42 रुपये प्रति किलोग्राम है।

इंटरनेशनल मार्केट में व्हाइट शुगर के प्राइसेज जुलाई से 8 पर्सेंट गिरे हैं, लेकिन कच्ची चीनी की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

24% बढ़ सकता है उत्पादन: ISMA

चीनी मिलों के संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने कहा है कि गन्ने का रकबा बढ़ने से अक्टूबर से शुरू होने वाले अगले मार्केटिंग ईयर में देश में चीनी उत्पादन 24 पर्सेंट बढ़कर 2.51 करोड़ टन पर पहुंच सकता है।

ISMA की प्रेसिडेंट टी सरिता रेड्डी ने बताया कि तमिलनाडु को छोड़कर सभी राज्यों में चीनी का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है।

उनका कहना था, 'हमें अगले सीजन में चीनी का उत्पादन 2.51 करोड़ टन और शुरुआती स्टॉक 40 लाख टन रहने की उम्मीद है। इस वजह से देश में चीनी की पर्याप्त उपलब्धता होगी।'

रेड्डी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में उत्पादन लगभग 10 लाख टन बढ़ सकता है।

इस वर्ष गन्ने का रकबा बढ़कर 49.88 लाख हेक्टेयर रहा है, जो पिछले वर्ष 45.64 लाख हेक्टेयर का था।

इंटरनेशनल शुगर ऑर्गनाइजेशन (ISO) के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर जोस ओरिव ने भी भारत में चीनी का उत्पादन बढ़ने का अनुमान जताया है।

उत्तर प्रदेश के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (शुगरकेन डिवेलपमेंट एंड शुगर इंडस्ट्री), संजय भूसरेड्डी ने कहा कि राज्य में 2017-18 में चीनी का उत्पादन 10 लाख टन से अधिक रह सकता है। राज्य की मिलें 10 अक्टूबर से गन्ने की पेराई शुरू कर सकती हैं।

 
  

Navigation

  • TV Interviews
  • Application Form For Associate Membership
  • Terms & Conditions (Associate Member)
  • ISMA President
  • Org. Structure
  • Associate Members(Regional Association)
  • Who Could be Member?
  • ISMA Committee
  • Past Presidents
  • New Developments
  • Publications
  • Acts & Orders
  • Landmark Cases
  • Forthcoming Events




Indian Sugar Mills Association (ISMA) © 2010 Privacy policy
Legal Terms & Disclaimer
 Maintained by