सरकार ने चीनी वायदा पर कोई बंदिश भले ही नहीं लगाई हो लेकिन कारोबारियों का वायदा कारोबार से मोहभंग हो रहा है। पिछले साल रोजाना करीब 200 से 280 करोड़ रुपये का कारोबार करने वाला चीनी वायदा आज सिकुड़ कर 10 से 20 लाख रुपये रह गया है। लगभग हर महीने सरकार के दखल और नियमों में बदलाव के चलते चीनी वायदा कारोबारियों के लिए बेकार साबित हो रहा है। कारोबारी अब दबी जुबान से चीनी वायदा कारोबार बंद होने की आशंका भी जताने लगे हैं।