15 मार्च तक चीनी का उत्पादन 212.5 लाख टन से घटकर 210.5 लाख टन रहा चालू पेराई सीजन 2012-13 (अक्टूबर से सितंबर) में 15 मार्च तक चीनी उत्पादन में मामूली गिरावट आने से कुल उत्पादन 210.5 लाख टन रहा है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार पिछले साल की समान अवधि में 212.5 लाख टन उत्पादन हुआ था। महाराष्ट्र और कर्नाटक में अभी तक 130 गन्ना मिलों में पेराई बंद हो चुकी है।
इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन पिछले अनुमान के मुकाबले बढ़कर 246 लाख टन रहने के आसार हैं। जनवरी में 243 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान लगाया गया था। उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में अभी तक 59 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जो पिछले साल की समान अवधि के 60.4 लाख टन से थोड़ा कम है। राज्य में 119 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई चल रही है।
महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 15 मार्च तक 72.25 लाख टन का हुआ है जो पिछले साल की समान अवधि के 72.7 लाख टन से कम है। उधर, कर्नाटक में 31.8 लाख टन, आंध्र प्रदेश में 9.2 लाख टन और तमिलनाडु में अभी तक 11.5 लाख टन और गुजरात में 9.4 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।
पिछले मानसूनी सीजन में शुरूआती बारिश काफी कम रहने की वजह से गन्ने की पैदावार प्रभावित हुई थी। खासकर महाराष्ट्र में बारिश हल्की रहने के कारण गन्ने की पैदावार कम हो गई। खेतों में खड़ी गन्ने की फसल का बड़ा हिस्सा किसानों ने पशुचारे के रूप में इस्तेमाल कर ली। इस वजह से महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन घटने की संभावना है।