508 डॉलर प्रति टन पर व्हाइट शुगर 0.6 फीसदी बढ़ी 18.42 सेंट प्रति पाउंड पर रॉ शुगर एक फीसदी चमकी निचले मूल्य स्तर पर शॉर्ट कवरिंग के चलते आई तेजी अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी के दाम निचले स्तर से सोमवार को सुधर गए। दूसरे बाजारों में तेजी आने से आईसीई एक्सचेंज में रॉ शुगर के दाम मजबूत हो गए। अमेरिकी डॉलर कमजोर पडऩे से भी चीनी की तेजी को समर्थन मिला। हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि चीनी की यह तेजी अस्थाई है। फंडामेंटल अभी भी सुस्ती के ही संकेत दे रहे हैं। डीलरों के अनुसार निवेशकों ने बड़ी मात्रा में शॉर्ट पोजीशन ले रखी थी।
इन निवेशकों की शॉर्ट कवरिंग की लिवाली बढऩे के कारण चीनी वायदा में तेजी दर्ज की गई। हालांकि चीनी के फंडामेंटल अभी भी कमजोर हैं। अमेरिकी कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन के आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह चीनी में नेट शॉर्ट पोजीशन में बढ़ोतरी हुई। सोमवार को आईसीई एक्सचेंज में मार्च डिलीवरी रॉ शुगर के दाम एक फीसदी बढ़कर 18.42 सेंट प्रति पाउंड हो गए।
इस माह के शुरू में भाव घटकर 17.87 सेंट प्रति पाउंड रह गए थे। यह भाव अगस्त 2010 के बाद के सबसे निचले स्तर पर थे। दूसरी ओर लिफ्फे एक्सचेंज में मई डिलीवरी व्हाइट शुगर 0.6 फीसदी बढ़कर 508.30 डॉलर प्रति टन हो गई।
मेक्वायर केपिटल की एनालिस्ट हॉना हेक ने कहा कि वैश्विक स्तर पर चीनी के सरप्लस स्टॉक के आधार पर मूल्यांकन हुआ है। लेकिन उम्मीद है कि ब्राजील की मिलें चीनी के बजाय एथनॉल उत्पादन की ओर रुख कर सकती है।
अगर ऐसा होता है तो चीनी की गिरावट रुक जाएगी। उन्होंने कहा कि फंड मौजूदा मूल्य स्तर पर शॉर्ट के बजाय कवरिंग शुरू कर सकते हैं क्योंकि इस समय भाव में गिरावट आने का ज्यादा जोखिम है।