महाराष्ट्र में सूखे के कारण भारी मात्रा में गन्ने का पशुचारे में इस्तेमाल उत्तर प्रदेश में उत्पादन पिछले साल से ज्यादा होने की संभावना कर्नाटक में चीनी का उत्पादन 30 लाख टन ही होने का अनुमान यूपी में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन बढ़कर 79 लाख टन संभव पेराई सीजन 2012-13 (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान गन्ने के बुवाई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी के बावजूद चीनी उत्पादन में कमी आने की संभावना है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार पेराई सीजन 2012-13 में चीनी उत्पादन घटकर 240 लाख टन होने का अनुमान है जो पेराई सीजन 2011-12 में 260 लाख टन के मुकाबले 7.6 फीसदी कम होगा।
कृषि मंत्रालय के अनुसार गन्ने की बुवाई बढ़कर 52.88 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल 50.63 लाख हैक्टेयर में हुई थी। इस्मा द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पेराई सीजन 2012-13 में महाराष्ट्र और कर्नाटक में उत्पादन घटेगा जबकि उत्तर प्रदेश में उत्पादन पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है। सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में सूखे जैसे हालात बनने के कारण किसानों द्वारा भारी मात्रा में गन्ने का पशुचारे में इस्तेमाल किया गया है।
इसलिए राज्य में अक्टूबर से शुरू होने वाले नए पेराई सीजन में चीनी उत्पादन घटकर 65 लाख टन ही रहने का अनुमान है जबकि पिछले पेराई सीजन में 90 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इसी तरह से पेराई सीजन 2012-13 में कर्नाटक में चीनी का उत्पादन 30 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले पेराई सीजन में 38 लाख टन का उत्पादन हुआ था। उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन बढ़कर 79 लाख टन का होने का अनुमान है जबकि पेराई सीजन 2011-12 में 69.74 लाख टन का उत्पादन हुआ था।