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गन्ने के एफआरपी में बढ़ोतरी पर चीनी कंपनियां चिंतित
Date: 26 May 2017
Source: Business Standard
Reporter: Rajesh Bhayani
News ID: 11616
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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने चीनी सीजन 2017-18 के लिए गन्ने के उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) में 10.87 फीसदी बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। इसे लेकर चीनी कंपनियां चिंतित हैं। इसकी वजह यह है कि इस साल सामान्य मॉनसून के अनुमान है, जिससे गन्ने के उत्पादन में भारी बढ़ोतरी होगी। इससे चीनी का उत्पादन भी पिछले साल के मुकाबले काफी बढ़ सकता है, जिससे कीमतें गिर सकती हैं। पिछले सीजन में चीनी का उत्पादन 203 लाख टन रहा था, जो 2009-10 के सीजन के बाद सबसे कम है। 
 
भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) की अध्यक्ष टी सरिता रेड्डी ने कहा, 'चीनी की कीमतें गन्ने के कीमतों के बराबर नहीं बढ़ रही हैं। वहीं सामान्य मॉनसून के पूर्वानुमानों के चलते 2017-18 सीजन में चीनी के भारी उत्पादन का अनुमान है, जिससे अगले सीजन में चीनी के दाम और घटने के आसार हैं। अगर किसानों को चुकाई जाने वाली कीमत बढ़ेगी तो इसे कारोबार करना बड़ा मुश्किल होगा। हम चाहते हैं कि किसानों को उचित कीमत मिले, लेकिन हम यह भी चाहते हैं कि गन्ने की कीमत को रंजराजन फॉर्मूले के हिसाब से चीनी की कीमत से जोड़ा जाए।'
 
इस सीजन में चीनी उत्पादन बहुत कम रहने के बावजूद चीनी के दाम ज्यादातर खुदरा बाजारों में 40 से 41 रुपये प्रति किलोग्राम के आसपास रहे हैं। गन्ने की कीमतें बढ़ाने के बारे में सरकारी पत्र में कहा गया है कि कीमत बढ़ाने का फैसला सरकार के किसान हितैषी कदमों का हिस्सा है, जिसमें गन्ना किसानों के हितों और चीनी उद्योग की अहमियत को ध्यान में रखा गया है। 
 

इसमें यह भी कहा गया है कि किसानों को गन्ने के बकाये का भुगतान 2014-15 के लिए 99.33 फीसदी और 2015-16 के लिए 98.5 फीसदी हो चुका है। चालू सीजन 2016-17 का गन्ने का बकाया पिछले पांच वर्षों की इसी अवधि की तुलना में सबसे कम है। रेड्डी के मुताबिक उद्योग का यह मानना है कि उसकी कई चिंताएं दूर नहीं की गई हैं। गन्ने की कीमतों में बढ़ोतरी चीनी की कीमतों पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चीनी के लिए जीएसटी की दर 5 फीसदी तय की गई है। लेकिन यह एथेनॉल के लिए 18 फीसदी और शीरे के ळिए 28 फीसदी तय की गई है, जो बहुत अधिक है। इस्मा ने कहा था कि एथेनॉल के लिए जीएसटी की दर 5 फीसदी या 12 फीसदी और शीरे के लिए 18 फीसदी तय की जाए।              

 
  

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